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डॉल्फिन की एक बड़ी खासियत यह है कि यह कंपन वाली आवाज निकालती है जो किसी भी चीज से टकराकर वापस डॉल्फिन के पास आ जाती है।
डॉल्फिन की एक बड़ी खासियत यह है कि यह कंपन वाली आवाज निकालती है जो किसी भी चीज से टकराकर वापस डॉल्फिन के पास आ जाती है।
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डॉल्फिन सामाजिक रूप से कुशल और बुद्धिमान होने के साथ साथ बहुत फुर्तीली, आनंदमय और चंचल प्राणी हैं
डॉल्फिन सामाजिक रूप से कुशल और बुद्धिमान होने के साथ साथ बहुत फुर्तीली, आनंदमय और चंचल प्राणी हैं
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बता दें कि डॉल्फिन को सबसे बुद्धिमान जीव में से एक माना जाता है. यह 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती है
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10-15 मिनट तक पानी के अंदर रह सकती है, लेकिन वह पानी के अंदर सांस नहीं ले सकती. उसे सांस लेने के लिए पानी की सतह पर आना पड़ता है.
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डॉल्फिन की उम्र 15 साल होती है, कुछ प्रजातियाँ 50 साल तक भी जिंदा रहती है। डॉल्फिन, इंसानों से 10 गुना ज्यादा सुन सकती है
डॉल्फिन की उम्र 15 साल होती है, कुछ प्रजातियाँ 50 साल तक भी जिंदा रहती है। डॉल्फिन, इंसानों से 10 गुना ज्यादा सुन सकती है
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डॉल्फिन्स के बच्चे को "कैल्व" कहा जाता है और मां के साथ बचपन में बहुत समय बिताते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डॉल्फिन्स के बच्चे को "कैल्व" कहा जाता है और मां के साथ बचपन में बहुत समय बिताते हैं।
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समुद्री क्षेत्रें जैसे कि भारतीय महासागर, पैसिफिक महासागर, और एटलांटिक महासागर के किनारों पर डॉल्फिन्स को ज्यादा देखा जाता है।
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भारत में डॉल्फिन्स की संख्या 2000 से भी कम संख्या रह गयी है जिसका मुख्य कारण गंगा का बढ़ता प्रदूषण, बांधों का निर्माण एवं शिकार है।
भारत में डॉल्फिन्स की संख्या 2000 से भी कम संख्या रह गयी है जिसका मुख्य कारण गंगा का बढ़ता प्रदूषण, बांधों का निर्माण एवं शिकार है।
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